जौनपुर अज़ादारी का अपना एक इतिहास है और शिया मुसलमानों की आबादी लखनऊ के बाद यहाँ सबसे अधिक है | यहाँ एक से एक बड़े ऐतिहासिक इमामबाड़े और मस्जिदें मुग़ल और शार्की समय के मौजूद हैं इसीलिये यहाँ का मुहर्रम और चेहल्लुम दुनिया भर में मशहूर है | जौनपुर की अज़ादारी को अब ऑनलाइन जौनपुर सिटी डॉट इन के प्रयास से नयी वेबसाईट जौनपुर अज़ादारी डॉट कॉम की शुरुआत के साथ किया जा रहा है |
इस वेबसाईट के द्वारा दुनिया भर में यहाँ की अज़ादारी का इतिहास, यहाँ के मशहुर इमामबाड़ों का इतिहास ,यहाँ की मशहूर सोअज़ और मर्सिया ,नौहा ,मजलिस और अज़ादारी का ख़ुलूस अब दुनिया तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा |अब यहाँ के अजादारो और अज़ादारी के अमन और भाईचारे के पैगामात दुनिया तक आसानी से पहुंचाए जा सकेंगे |जौनपुर का मशहूर मर्सिया, यहाँ का चेहल्लुम, सोअज़ और नौहे अब आप जब चाहें सुन सकेंगे | जौनपुर अज़ादारी के इस पेज को facebook से भी जोड़ा गया है जिससे आप सभी इसको like करके जुड़ सकते हैं|
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जौनपुर के कुछ मशहूर इमामबाड़े
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जवाब देंहटाएंनई चिठ्ठी : चिठ्ठाकार वार्ता - 1 : लिखने से पढ़ने में रुचि बढ़ी है, घटनाओं को देखने का दृष्टिकोण वृहद हुआ है - प्रवीण पाण्डेय
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