आज से याद रखे जौनपुर की तीन चीज मशहूर "मूली मक्का और दिलदारी " रंजीत पाठक
आज से हमारा जौनपुर पे मैं उन यादगार पलो को सहेजने का प्रयत्न कर रहा हूँ जिस में मेरे वतन के लोगों ने मुझे प्रेम दिया मुझे सहयोग दिया क्यों की उन्ही के कारण आज हमारा जौनपुर और जौनपुर सिटी डॉट इन वेबसाइट जौनपुर की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली वेबसाइट बन गयी है । आज सबसे पहले आपके सामने हैं जनाब रंजीत पाठक जिनका वतन का प्रेम उन्हें मेरे क़रीब ले आया । ।संचालक एस ऍम मासूम
आज सुबह मेरे स्टेटस पे एक कमेंट देखा भाई रंजीत पाठक जी का जो मुझसे मिलना चाह रहे थे और मेरी तो आदत है "चले जा चले जा चले जा जहां प्यार मिले " मैने उनसे मिलना व्यस्तता के बाद भी मंजूर कर लिया और ठीक ११:४५ पे शाही पूल पे उनसे मुलक़ात हो गयी |
उनका मुझसे प्रेम देख के ख़ुशी हुई क्यू कि यह उन कम लोगो मे से है जो बिना किसी काम के केवल मुझसे प्रेम के कारण मिले | भाई रंजीत पाठक
ने मुझे बेनीराम की विश्व प्रसिद्ध इमरती खिलायी और बच्चो के लिये भी साथ
मे भी दिया | रंजीत पाठक जी का शुक्रिया इस प्रेम के लिये |
भाई अब आप ही बताये इसे मक्कारी कहते है या "दिलदारी" ? आज से याद रखे जौनपुर की तीन चीज मशहूर "मूली मक्का और दिलदारी "
भाई अब आप ही बताये इसे मक्कारी कहते है या "दिलदारी" ? आज से याद रखे जौनपुर की तीन चीज मशहूर "मूली मक्का और दिलदारी "
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हमारा जौनपुर में आपके सुझाव का स्वागत है | सुझाव दे के अपने वतन जौनपुर को विश्वपटल पे उसका सही स्थान दिलाने में हमारी मदद करें |
संचालक
एस एम् मासूम