हमने काश्मीर की सुन्दरता देखी तारों सितारों भरी सुंदर रात देखी लेकिन आज वो देखने चला जो मैंने कभी नहीं देखा केवल धर्म की किताबों में पढ़ा और कहानियों में सुना है | आज पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस बात पे शोध करने में लगे हैं की हम इंसानों जैसे या हमसे मिलते जुलते लोग अन्य ग्रहों में मौजूद हैं या नहीं और इसी सिलसिले में ना जाने कितनी फिल्में और कहानियां हर दिन सामने आती रहती है | इस्लाम के अनुसार जिस प्रकार अल्लाह ने इंसानों को मिटटी से बनाया उसी प्रकार से जिन्न को आग से बनाया और यही कारण है की वो प्रथ्वी पे भी है और अन्य ग्रहों पे भी पाया जा सकता है | इब्लीस जिसे आम भाषा में शैतान कहा जाता है और जिसके बारे में मशहूर है की वो इंसानों को बहकाता और गुमराह करता है अल्लाह का नाफरमान जिन्न है जिसे क़यामत तक की मोहलत अल्लाह ने दी है |
जिन्न हम इंसानों की तरह भले भी होते हैं और बुरे भी इसी कारण कुरान में ज़िक्र है की कुरान और नबी केवल इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि जिन्न के लिए भी आये हैं | जिन्न के पास हम इंसानों की तरह शरीर भी होता है , आत्मा भी और जन्म और म्रत्यु भी | जिन्न का ज़िक्र कुरान में २२ बार हुआ है और जिन्न शब्द के मायने होते हैं छुपा हुआ लेकिन ये धुंवा रहित आग से बना होने के कारण जब चाहें इंसानों को दिखाई दे सकता है और जब चाहे छुपा रह सकता है | जिन्न, भूत , प्रेत ,आत्मा जैसे यकीन और उनसे जुडी कहानियां दुनिया भर में सुनी और सुनाई जाती हैं | शायद जिन्न देखने पे जो लोग इस्लाम पे नहीं उसे आत्मा , भूत प्रेत का नाम दे देते हों ? हम इंसानों को जिन्न के होने का यकीन पूरी तरह हो या ना हो ,या इनके भले काम करने के बारे में यकीन हो या ना हो लेकिन इन नामो से दिल में एक डर सा इन मुल्ला पंडितों ने पैदा कर दिया है | जिन्न का साया और जादू, आत्मा का साया जैसे बातों को समाज में फैला के और इन नामों के सहारे परेशान व्यक्तियों से धन काट के लखपति और करोडपति मुल्ला पंडितों को इस जिन्न के नाम ने ही बनाया है | ये कोई आवश्यक नहीं की जो आज हमें नहीं मालूम उसका कोई वजूद ही नहीं होगा ?
जौनपुर मे भी आपको जिन्न से जुडी कहानिया बुजुर्ग लोग मिल जायेगे और जिन्ननातो वाली मस्जिद तो मशहूर है ही |
वैज्ञानिक अपने तरीके से रिसर्च करने में लगे हैं और संभव है की एक दिन वो जिन्न के होने का प्रमाण पेश कर दें और जिन्न कहानियों की दुनिया से बहार निकल के हमारे सामने आ जाएँ | लेकिन ये भी सत्य है की जिस दिन जिन्न का वजूद सामने आया आत्मा और जिन्न का साया का खौफ इंसानों के दिल से अवश्य निकल जायगा | और जब तक ऐसा कोई सुबूत सामने नहीं आता तब तक मुसलमानों को जिन्न के वजूद पे यकीन और अन्य का अलाउद्दीन का जिन्न और जिन्न परियों की कहानियों का मज़ा लेते रहने में क्या हर्ज है ?
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हमारा जौनपुर में आपके सुझाव का स्वागत है | सुझाव दे के अपने वतन जौनपुर को विश्वपटल पे उसका सही स्थान दिलाने में हमारी मदद करें |
संचालक
एस एम् मासूम