ईसा से छः सौ वर्ष पूर्व जौनपुर में आबादी का अवषेश मिलने से पुरातत्व विभाग टीम ने शाही किले में खुदाई शुरू कर दिया है। अभी तक एक प्राचीन दीवार और कुछ मिट्टी के बरतन के टुकड़े मिले है। किला में हो रही खुदाई की खबर मिलते ही जिले के लोगो में उत्सुकता बढ़ गयी है। प्रतिदिन सैकड़ो लोग मौके पर पहुंचकर खुदाई होते देख रहे है।
फिरोजशाह तुगलक द्वारा बनवाया गया जौनपुर का किला इन दिनो एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। भारतीय पुरातत्व विभाग को संकेत मिला है कि किला और आसपास के इलाके में ईशा से करीब छः सौ वर्श पूर्व यहां पर आबादी हुआ करती थी। यह संकेत एक कब्रिस्तान से मिला है। संकेत कितना की सच्चाई जानने के लिए पुरातत्व विभाग टीम ने खुदाई शुरू कर दिया है। चार फीट तक की हुई खुदाई में एक प्राचीन दिवाल और कुछ मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े मिले है। जिसको विभागीय अधिकारियों ने कलेक्ट करके जांच के लिए लैब भेज दिया है। हलांकि इस मामले पर विभागीय अधिकारी अभी चुप्पी साधे हुए है। स्थानीय जनता में काफी उत्सुकता देखी जा रही है। ज्ञात हो कि भारतीय पुरातत्र्व िवभाग के डायरेक्टर जमाल अख्तर का गृह निवास शाही किला के सामने है। कई वर्ष पूर्व उनकी माता का इन्तकाल हुआ तो बलुआघाट में उनकी कब्र खोदे समय मिट्टी का बर्तन मिला था। उस समय जमाल अख्तर आये थे। इसके बाद एक साल पहले जब उनकी बहन का इन्तकाल हुआ तब ही कब्र की खुदाई के दौरान उसी प्रकार के मिट्टी के बर्तन के अवशेष मिले थे। इसके पश्चात उन्होेने सारनाथ स्थित विभाग के सहायक निदेशक मनीषा किला की खुदाई का निर्देश दिया था और 11 दिन से किला में खुदाई का कार्य चल रहा है।
मंगलवार, 24 फ़रवरी 2015
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