जौनपुर में जगह जगह पुराने समय की इबारतें और खंडहर देखने को मिल जाया करते हैं जिनमे से कुछ शार्की समय के कुछ मुग़ल या बहुत बार उस से भी पुरानी सभ्यता के यहाँ मौजूद होने की तरफ इशारा किया करते हैं |
ऐसे ही एक पुराने कुंवे पे लिखी इस इबारत ने मेरा ध्यान आकर्षित किया जिसपे लिखे शब्द तो पढ़े जा सकते हैं लेकिन भाषा समझ में नहीं आ रही |
यदि आप में से कोई इस भाषा को पढ़ सकता है और बता सकता है की इस्पे क्या लिखा है तो इस कुंवे के रहस्य से पर्दा उठ सकता है |
ऐसे ही एक पुराने कुंवे पे लिखी इस इबारत ने मेरा ध्यान आकर्षित किया जिसपे लिखे शब्द तो पढ़े जा सकते हैं लेकिन भाषा समझ में नहीं आ रही |
यदि आप में से कोई इस भाषा को पढ़ सकता है और बता सकता है की इस्पे क्या लिखा है तो इस कुंवे के रहस्य से पर्दा उठ सकता है |
जवाब देंहटाएंनागरी लिपि- प्रथम लाइन - श्री गनेस लन्नन सन 1892, महीना- ... फोटो को पत्ते के अलावाँ भेजें तो बता सकता हूँ पढ कर-
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