मेरे जीवन का अधिक समय भारत के महानगरों में बीता और परवरिश भारत के गाँव और छोटे शहरों में हुयी | मैंने पश्चिमी सभ्यता का वैश्वीकरण होते अपनी आँखों से देखा है और इसका कारण मीडिया का घर घर पहुँचने पे मज़बूत होते जाना है | आज ये सोशल मीडिया रेडियो से आगे बढ़ते बढ़ते इन्टरनेट तक पहुँचते हुए इस दुनिया के वैश्वीकरण का कारण बनी |
जौनपुर में भी पश्चिमी सभ्यता का असर अब बंद कमरों से निकल के सडको,पार्क इत्यादि पब्लिक प्लेस में नज़र आने लगा है |
ख़बरों में अक्सर यह सुनने में आने लगा है की पुलिस ने किले पे छापा मार के जोड़ों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा और रोडवेज पे बैठते हैं युवा जोड़े | पुलिस की मोरल पोलिसिंग और पकड़ धकड़ के बाद भी ये स्थिति बरक़रार रहती है और इसका कारण पुलिस की कमजोरी नहीं बल्कि घर घर में टेलिविज़न और मोबाइल पे इन्टरनेट का होना है जिसके जरिया आज जौनपुर के नागरिक और ख़ास तौर पे युवा पश्चिमी देशों में आज सडको पे कैसी आज़ादी यह दिन भर देखा करते हैं |
आज से २५ साल पहले मुंबई जैसे महानगर का यही हाल था जब बेशर्मी वहां कमरों से निकल के सडको, पार्को और समुंदरी किनारों पे आने लगी तो पुलिस ने मोरल पोलिसिंग शुरू की और उसी के साथ साथ इसके खिलाफ आवाज़ भी उठाना शुरू हुआ और आज यह हाल हो गया है की जोड़ों का आपत्तिजनक स्थिति में देख के वहाँ के लोगों पे कोई असर नहीं होता क्यूँ की यह एक आम बात हो गयी है |
पश्चिमी सभ्यता इतनी तेज़ी से पैर पसार रही है की ५० वर्षो पहले जो हाल अमरीका का था आज मुंबई का है और अगले ५-10 सालों में लखनऊ और जौनपुर का होगा ऐसे में मोरल पोलिसिंग १००-५० रुपये जोड़ों से कमाने का जरिया तो बन सकती है लेकिन इसे बढ़ने से रोकने में कामयाब नहीं हो सकती |
बेशर्मी फैलाती इस पश्चिमी सभ्यता को फैलने से रोकने का केवल एक तरीका है की बच्चे को सदाचारी बचपन से बनाओ और अपने बच्चे के लिए सदाचारी माँ का चुनाव करो|
Admin and Owner
S.M.Masoom
Cont:9452060283
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हमारा जौनपुर में आपके सुझाव का स्वागत है | सुझाव दे के अपने वतन जौनपुर को विश्वपटल पे उसका सही स्थान दिलाने में हमारी मदद करें |
संचालक
एस एम् मासूम