जौनपुर शहर के इत्र की खुशबू पूरे तो भारत मशहूर थी |
जौनपुर कभी "शिराज़-ए-हिंद" के नाम से मशहूर था, और इसके इत्र की खुशबू पूरे तो भारत मशहूर थी | लेकिन अब लचर बिजली व्यवस्था ,टूटी सड़कें और अनियंत्रित यातायात इसकी पहचान है | इस वर्ष जौनपुर जाने पे मुझे लगा कि यहाँ के कुछ इलाके अब तरक्की कि राह पे चल पड़े हैं | लेकिन इस तरक्की को देख के भी दुःख हुआ कि यहाँ के लोग अब अपनी पहचान भी खोते जा रहे हैं |
जौनपुर का मशहूर इत्र जिसका ज़िक्र विध्यापति की अपभ्रंश काव्य रचना में भी हुआ है | जौनपुर कोतवाली के पास कि नवाब युसूफ रोड जो कभी हमेशा इत्र कि खुशबु से महका करती थी आज सुनसान दिखती है | इक्का दुक्का इत्र कि दुकानें अभी भी दिख जाया करती है |
इस बार नवाब युसूफ रोड पे स्थित इत्र की एक दूकान पे पहुँच और वहाँ पे बैठे जनाब ज़कारिया साहब से इत्र और चमेली के तेल के बारे में जानकारी हासिल की | ज़कारिया साहब का कहना है कि असली इत्र अब बहुत मंहगा होता जा रहा है इसलिए अब वो बनाया भी कम जाता है लेकिन बहार के मुल्कों में इसकी आज भी खपत अच्छी है |
आप भी लें जनाब ज़कारिया साहब से जौनपुर के इत्र और चमेली के तेल के बारे में कुछ जानकारी |
Bhai Saheb
जवाब देंहटाएंBahut bahut Dhanyavad aapki uplabdh karwai jankari ke liya. Main kai bar Jaunpur gaya sirf Itra lene ke liye per kaha ye gaya ki are sahab ab wo itra kahan? Aapne kam se kam ek dukan to batai.
म इत्र nirman karna chh taha hu,mera sehyog karna my mob. no. 9887315459
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