अरे चौकिये नहीं ,मैं किसी आण्विक अस्त्र के बारे में बात नहीं कर रहा हूँ .हमारे जौनपुर जिला मुख्यालय से ५० किलोमीटर दूर एक बाज़ार है नाम है सुजानगंज .वहां की एक मिठाई बहुत प्रसिद्द है उसका नाम है एटम-बम .जो इस मिठाई के बारे में नही जानता वह बाज़ार में इस मिठाई का नाम सुन कर चौक जाता है .किसी भी मिठाई की दुकान पर जाइये तो वहाँ एटम बम -एटमबम ही सुनायी पड़ता है .एटम बम खायेंगे या कितने कीलो एटम बम दूँ यही आवाजें आती -जाती रहती हैं .इस मिठाई को देखने से यह राज - भोग का भ्रम पैदा करता है लेकिन यह राजभोग से थोड़ा अलग किस्म की मिठाई है औरशुद्ध गाय के छेने से बनने वाली इस मिठाई का वजन है लगभग १७० ग्राम प्रति .अच्छे -अच्छे लोग इसे एक बार में नहीं खा सकते . हालाँकि हम लोग तो बचपन से ही इसके बारे में परिचित हैं लेकिन दो दिन पहले यहीं एक बारात में मैं शामिल हुआ तो सोचा क्यों न आप सब को भी इससे परिचित कराता चलूं |
ताज़ा -ताज़ा एटम बम
सभी दुकानें एटम बम की
यह सज्जन कितना मगन हैं एटम बम खाने में
मा पलायनम से साभार
जननी जन्भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी
जवाब देंहटाएंयही सुजानगंज मेरी जन्मभूमि है
एटम बम्म खा कर बड़ा हुआ हूँ
मनोज भाई आज अपने रुला दिया है मुझे
अपना फोन न दीजियेगा
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डॉ. मनोज मिश्र जी क्या बात है बहुत मज़ा आया ,एटम-बम कि तस्वीर देख के. अप्रैल मैं आया तो पुरानी यादें ताज़ा करूँगा. पता नहीं अब इस उमर मैं कितना खा पाउँगा , पहले तो बहुत खा जाता था.
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सी नदी का यह हाल सच मैं तकलीफ देता है और एक फ़िक्र पैदा कर देता है.