मंगलवार, 29 अगस्त 2017
ताज़ा -ताज़ा एटम बम
सभी दुकानें एटम बम की
मा पलायनम से साभार
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जननी जन्भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी
जवाब देंहटाएंयही सुजानगंज मेरी जन्मभूमि है
एटम बम्म खा कर बड़ा हुआ हूँ
मनोज भाई आज अपने रुला दिया है मुझे
अपना फोन न दीजियेगा
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डॉ. मनोज मिश्र जी क्या बात है बहुत मज़ा आया ,एटम-बम कि तस्वीर देख के. अप्रैल मैं आया तो पुरानी यादें ताज़ा करूँगा. पता नहीं अब इस उमर मैं कितना खा पाउँगा , पहले तो बहुत खा जाता था.
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सी नदी का यह हाल सच मैं तकलीफ देता है और एक फ़िक्र पैदा कर देता है.