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    गुरुवार, 16 अगस्त 2018

    तुमने वतन को छोड़ा था या वतन ने तुमको छोड़ा था |




    मैं हमेशा कहा करता हूँ कि वतन से दूर वतन की याद बहुत आती है और इस बात की सच्चाई  केवल वही जान सकते हैं जो वतन से दूर अपनी कर्मभूमि बनाय हुए हैं | किसी शायर ने इसी बात पे कुछ बेहतरीन बातें कहीं हैं जिन्हें आप अवश्य सुनें |





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