इस तूफ़ान का असर १५ अक्टूबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी देखा जा रहा है जहां जहां बारिश और तेज़ हवाओं ने मौसम को बदल दिया है | जौनपुर में १३ अक्टूबर को ही इसका असर देखा जाने लगा था और १४ को इसकी तीव्रता में वृधि हो गयी जो १५ अक्टूबर के बाद ख़त्म हो जायेगा |



इन देशों ने 64 नामों की एक सूची सौंपी. हर देश ने आने वाले चक्रवात के लिए आठ नाम सुझाए| वर्ण क्रम के अनुसार इस बार नाम रखने की बारी ओमान की थी| पिछले साल भारत के दक्षिण-पूर्वी तट पर आए पायलिन चक्रवात का नाम थाईलैंड ने रखा था और अगली बार इस इलाक़े में चक्रवात के नामकरण की बारी पाकिस्तान की होगी जिसे "निलोफर "कहा जायेगा |
लेखक : एस एम् मासूम
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