पांचो शिवाला , पानदरीबा जौनपुर
इस शिवाले में पांच गुम्बद नुमा मंदिर बने हैं जो इस प्रकार से है की एक मुख्या मंदिर बीच में और किनारे चार कोनो पे अन्य चार मंदिर हैं | यहाँ की देख रेखा करने वाले तो पुराने लोग हैं लेकिन पुजारी पुराने नहीं है| आज कल इस मंदिर में स्कूल चला करता है और समय समय पे मंदिर में पूजा पाठ भी होती है | जहां तक मेरा अनुभव है यह जौनपुर का सबसे बड़ा शिव मंदिर है जिसे पानदरीबा इलाके में पहुँचते ही ऊंची गुम्बद से पहचान जा सकता है |
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