माउथ कैसर की जननी और सैकड़ो लोगो के मौत का कारण बन चुके जौनपुर के दोहरे पर आखिकार जिला प्रशासन नेे बिक्री और निर्माण पर पूरी तरह से रोक लगा दिया हैं। प्रतिबंध के बावजूद कुछ दुकानदार अपने घरों में दोहरा बनाकर बेच रहे है। अवैध रूप से बिक रहे इस जान लेवा दोहरे की खबर मिलते ही सिटी मजिस्टेªट के नेतृत्व में खाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में दोहरा और दोहरा बनाने में प्रयोग होने वाले मैटरियल बरामद किया हैं।
जौनपुर जिले में आजादी से पूर्व से ही दोहरे को लोग नषे के रूप में इस्तेमाल करते चले आ रहे थे। यह दोहरा किसी बा्रडेड कम्पन्नी में नही बनता था। बल्की दुकानदार खुद इसको बनाकर बेचते रहे हैं। यह नशा धीरे धीरे पान और गुटखे के व्यापार पर पूरी तरह प्रभाव डाला साथ ही इसका सेवन करने वालों को दीमक की तरह चाटने लगा। दोहरे के आदती को मुंह का कैसर,मुह छोटा होना,लीवर और फेफड़ा खराब होने जैसी दर्जनों विमारियां अपने गिरफ्त में लेने लगी। अब तक सौ से अधिक लोग माउथ कैंसर के षिकार होकर अल्लाह को प्यारे हो चुके हैं। इस पर रोक लगाने के लिए समाजसेवी संगठनो कई बार मांग किया लेकिन जिलाप्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नही दिया। फिलहाल एक कहावत है कि देर से आये दुरूस्त आये की तर्ज पर प्रशासन ने पूरी तरह से इस पर प्रतिबंध लगा दिया हैं। कैंसर रूपी दोहरे पर प्रतिबंध लगने से आम जन काफी खुश है साथ प्रशासन से आपेक्षा रखता है कि किसी भी कीमत पर यह धंधा पूरी तरह बंद हो जाय।
रोक के बावजूद अभी भी कुछ दुकानदार इस कारोबार को चोरी छिपे कर रहे है। इसकी भनक लगते ही सिटी मजिस्टेªट के नेतृत्व में छापेमारी किया। छापे में भारी मात्रा में दोहरा और दोहरा बनाने में प्रयोग होन वाले सामान बरामद हुआ है। जिस मकान में यह गोरख धन्धा चल रहा था उसे प्रषासन ने सील कर दिया हैं।
ै फिलहाल प्रषासन इस जानलेवा करोबार पर कड़ी निगाह रखे हुए है। यदि इसी तरह दोहरा बंद कराने को लेकर चल प्रयास जारी रहा तो निष्चित ही यह दफन हो जायेगा।
दोहरे पे पाबन्दी इतनी आसान भी नहीं लग रही. अब बात कोर्ट तक पहुँच गयी है और ७ जून को इसका फैसल होना है. तब तक दोहरा फिर से बाज़ारों मैं उपलभ्द हो गया है, कुछ और लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने के लिए.
जौनपुर जिले में आजादी से पूर्व से ही दोहरे को लोग नषे के रूप में इस्तेमाल करते चले आ रहे थे। यह दोहरा किसी बा्रडेड कम्पन्नी में नही बनता था। बल्की दुकानदार खुद इसको बनाकर बेचते रहे हैं। यह नशा धीरे धीरे पान और गुटखे के व्यापार पर पूरी तरह प्रभाव डाला साथ ही इसका सेवन करने वालों को दीमक की तरह चाटने लगा। दोहरे के आदती को मुंह का कैसर,मुह छोटा होना,लीवर और फेफड़ा खराब होने जैसी दर्जनों विमारियां अपने गिरफ्त में लेने लगी। अब तक सौ से अधिक लोग माउथ कैंसर के षिकार होकर अल्लाह को प्यारे हो चुके हैं। इस पर रोक लगाने के लिए समाजसेवी संगठनो कई बार मांग किया लेकिन जिलाप्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नही दिया। फिलहाल एक कहावत है कि देर से आये दुरूस्त आये की तर्ज पर प्रशासन ने पूरी तरह से इस पर प्रतिबंध लगा दिया हैं। कैंसर रूपी दोहरे पर प्रतिबंध लगने से आम जन काफी खुश है साथ प्रशासन से आपेक्षा रखता है कि किसी भी कीमत पर यह धंधा पूरी तरह बंद हो जाय।
रोक के बावजूद अभी भी कुछ दुकानदार इस कारोबार को चोरी छिपे कर रहे है। इसकी भनक लगते ही सिटी मजिस्टेªट के नेतृत्व में छापेमारी किया। छापे में भारी मात्रा में दोहरा और दोहरा बनाने में प्रयोग होन वाले सामान बरामद हुआ है। जिस मकान में यह गोरख धन्धा चल रहा था उसे प्रषासन ने सील कर दिया हैं।
ै फिलहाल प्रषासन इस जानलेवा करोबार पर कड़ी निगाह रखे हुए है। यदि इसी तरह दोहरा बंद कराने को लेकर चल प्रयास जारी रहा तो निष्चित ही यह दफन हो जायेगा।
दोहरे पे पाबन्दी इतनी आसान भी नहीं लग रही. अब बात कोर्ट तक पहुँच गयी है और ७ जून को इसका फैसल होना है. तब तक दोहरा फिर से बाज़ारों मैं उपलभ्द हो गया है, कुछ और लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने के लिए.
ऐसे प्रोडक्ट्स पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए...
जवाब देंहटाएंप्रेम रस
एक कड़वा सच जिसे आपने बखूबी बयान किया. प्रशंसनीय
जवाब देंहटाएंbilkul sahi kaha apne..सारगर्भित पोस्ट , आभार
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