आज 23 अक्टुबर दिन रविवार को दिन में 11 बजे शिराज ए हिन्द डॉट कॉम द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में "आज के परिवेश में सोशल मीडिया" विषय पर एक गोष्ठी आयोजित किया गया जिसका मुख्या वक्ता मुझे बनाया गया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी रहे और विशिष्ट अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक देहात अरूण श्रीवास्तव थे ।
यहाँ बहुत से वरिष्ट पत्रकारों ने अपने विचार रखे जिससे मुझे उनको समझने का अवसर मिला | मुख्य अतिथि जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने सोशल मीडिया के साथ साथ वेब पत्रकारिता पे भी अपने विचार रखे जिनसे मैं इतना प्रभावित हुआ की अपने अगले लेख में अलग से उसका ज़िक्र अवश्य करूँगा |
आज का दौर वेब पत्रकारिता का दौर कहा जा सकता है | आज पूरी दुनिया द्वारा अंतरजाल के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए यह समझा जा रहा है की आने वाला समय वेब पत्रकारिता का ही होगा |इस वेब पत्रकारिता को हम इंटरनेट पत्रकारिता, ऑनलाइन पत्रकारिता, सायबर पत्रकारिता भी कह सकते हैं|
वेब पत्रकारिता कंप्यूटर और इंटरनेट के सहारे संचालित ऐसी पत्रकारिता है जिसकी पहुँच किसी एक पाठक, एक गाँव, एक प्रखंड, एक प्रदेश, एक देश तक नहीं बल्कि समूचा विश्व है |भारत में बढ़ते संचार साधनों से पत्रकारिता के क्षेत्र में भी करियर के अवसर उजले हुए हैं|
सबसे पहले चेन्नई स्थित हिंदू अखबार ने अपना पहला इंटरनेट संस्करण १९९५ में जारी किया लेकिन उसको पाठक उस समय अधिक ना मिलने के कारण उसपे अपडेट समय से और बहुत अधिक ख़बरों के साथ नहीं हो पाता था । लेकिन धीरे धीरे अब वो समय आ जब समूची दुनिया में इंटरनेट उपभोक्ताओं की साल दर साल बढ़ती संख्या से वेब के माध्यम से समाचार और सूचनाएं जानने वालों की संख्या बढती जा रही है।
भारत में वेब पत्रकारिता के इतिहास की बात करें तो यह लगभग तीस वर्ष पुरानी है और यदि जौनपुर में इसकी बात करें तो २००९ से लगातार जागरूक करते रहने के बाद पहला वेबपोर्टल मैंने बनाया जिसे कामयाबी के साथ राजेश श्रीवास्तव जी ने कामयाबी के साथ चलाया और आज कामयाबी के उस स्तर को छु रहे हैं जहां तक दूसरों का पहुँच पाना असम्भव तो नहीं लेकिन बहुत ही मुश्किल है | शिराज़ ऐ हिन्द वेब पोर्टल के बाद मैंने बहुत से वेब पोर्टल जौनपुर में बनाय जिसमे से जनाब आरिफ हुसैनी का वेब पोर्टल आजतक टाइम्स लगातार कामयाबी की तरफ बढ़ता जा रहा है | आज जौनपुर में अनगिनत वेब पोर्टल्स बन चुके हैं जिनमे से कुछ अपना स्थान बना लेंगे और कुछ समय के अँधेरे में खो जायेंगे |
वेब पत्रकारिता ने पत्रकारिता के छेत्र में में बड़ा परिवर्तन किया है। आज फ़ास्ट फ़ूड का ज़माना है जब लोग अभी बनाओ और अभी खाओ में विश्वास किया करते हैं । वेब पोर्टल्स एक न्यूज एजेंसी या चौबीस घंटे टीवी चैनल जैसी है। तकनीक में हो रहे परिवर्तन ने वेब पत्रकारिता को जोरदार गति दी है। एक वेब पत्रकार जब चाहे वेबसाइट को अपडेट कर सकता है। यहां एक व्यक्ति भी सारा काम कर सकता है। प्रिंट में अखबार चौबीस घंटे में एक बार प्रकाशित होगा और टीवी में न्यूज का एक रोल चलता रहता है जो अधिकतर रिकॉर्ड होता है जबकि वेब में आप हर सैंकेड नई और ताजा समाचार और सूचनाएं दे सकते हैं जो दूसरे किसी भी माध्यम में संभव नहीं है।
वेब पत्रकारिता रोज़गार के नए अवसर प्रदान करती है और छोटे शहरों के लिए तो यह वरदान साबित हो रही है जब आज प्रिंट मीडिया के लिए छोटे शहरों को आधे पेज से अधिक जगह देना संभव नहीं ऐसे में छोटे शहरों के वेब पोर्टल अपने शहर को पूरी तरह से कवर कर सकने की छमता रखते हैं |
देश में तेजी से बढ़ रहा कंप्यूटरीकरण और ब्राड बैंड सेवा वेब पत्रकारिता के विस्तार को बढ़ा रहा है। अब इसमें एक और परिवर्तन देखने को मिला है और वह है मोबाइल सेवाओं का विस्तार। डेस्क टॉप या लैपटॉप न होने की दिशा में मोबाइल पर वेबसाइट खोलकर समाचारों और सूचनाओं को जाना जा सकता है।
देश में बिजली की कमी, और ब्राड बैंड सेवा (इंटरनेट) उपयोग का महंगा शुल्क वेब पत्रकारिता की राह में मुख्य अड़चन है लेकिन मोबाइल सेवाओं के विस्तार ने इस समस्या को भी काफी हद तक हल कर दिया है और अब आज छोटे गाँव में भी वेब् पोर्टल्स काफी मशहूर होते जा रहे हैं | वेब पोर्टल्स के अधिक इस्तेमाल के कारण अब व्यापारीगन इस पे विज्ञापन दे के प्रिंट मीडिया की तुलना में अधिक लाभ सस्ते दर पे उठा सकते हैं | एक अखबार का दायरा सीमित हुआ करता है लेकिन इन वेब पोर्टल का दायरा असीमित होता है | जहां जहां इन्टरनेट वहाँ वहाँ इसकी पहुँच संभव है |
वेब पत्रकारिता और न्यू मीडिया के संगम ने वेब पोर्टल्स की मुश्किल आसान कर दी है जो वो पहले यह तय नहीं कर पाते थे की अपना नया वेबपोर्टल लोगों तक कैसे पहुंचाएं और उनके पास केवल इ मेल या एस एम् एस की साधन हुआ करता था | आज न्यू मीडिया जैसे फेसबुक , यू ट्यूब ,ट्विटर इत्यादि ने आज के युवाओं पे अपनी पकड़ मज़बूत बना ली है जो हर दिन नए नये तरीके से युवाओं को अपनी तरफ अकार्षित करने की कोशिश करते हैं | आज राजनैतिक उपयोग और दुरूपयोग दोनों इस न्यू मीडिया द्वारा देखा जा सकता है |
आज वेब पत्रकारिता में बहुत अधिक संभावनाएं हैं| इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए खबरों को समझकर उन्हें प्रस्तुत करने की कला, तकनीकी ज्ञान, भाषा पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है| न्यूज पोर्टल के रूप में स्वतंत्र रूप से कार्य करने वाली साइटों की संख्या भारत में कम हैं और ऐसी साइटों की संख्या ज्यादा है जो अपने वेब के लिए सामग्री अपने चैनलों या अखबारों से लेती हैं|
प्रिंट मीडिया में आप केवल टेक्स्ट और तस्वीरों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन वेब पत्रकारिता में मल्टीमीडिया का प्रयोग होता है जिसमें, टैक्स्ट, ग्राफिक्स, ध्वनि, संगीत, गतिमान वीडियो, रेडियो और टीवी ब्रोडकास्टिंग इत्यादि प्रमुख हैं जो आपकी ख़बरों को और सशक्त और विश्वसनीय बनाती है | आज वेब पोर्टल की कामयाबी के लिए यह आवश्यक होता जा रहा है की आप प्रिंट मीडिया और समाचार एजेंसियों पे केवल निर्भर ना रहे बल्कि अपने इंटरनेट संस्करण् के लिए नए समाचार, फीचर,फोटोग्राफ ,विडियो इत्यादि स्वाम तैयार करें |वेब पत्रकारिता को पूरी तरह एक अलग तरह का उद्यम मानकर इसे पूरा समय देने पे ही आपकी कामयाबी संभव है ।
लेखक
एस एम् मासूम
Chairman--"हमारा जौनपुर" सोशल वेलफेयर फाउंडेशन |
Admin --www.hamarajaunpur.com
Admin and Owner
S.M.Masoom
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