बैंको ने अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए एक से बढकर एक सुविधाएँ देने का वादा करते हुए आज इतनी बढ़त हासिल कर लिया है कि उपभोक्ताओ को इन सुविधाओ के लिए अब दरबदर ठोकर खाना पड़ता है ! जरुरत पड़ने पर जब उपभोक्ता रूपया निकलने ए टी एम मशीन तक पहुचता है तो अधिकांश मशीने शटर में बंद नजर आती है ! अगर गलती से शटर खुला है तो कैश नदारत होता है !
और यदि खुशकिस्मती से कोई ए टी एम् चालू हालत मैं मिल गया तो इतनी भीड़ कि १-२ घंटे तक चले जाते हैं. उपभोक्ता के खाते से मिनिमम राशि से एक रूपया बैलेंस कम होने पर लगभग ३०० रूपया तिमाही बैंक काट लेता है ! और जब सुविधा देने का समय आता है तो जौनपुर जैसे शहरों में परेशानी के सिवा कुछ हाथ नहीं लगता.
सलाह: पैसा निकलते समय उपभोक्ताओं को ध्यान रखना चाहिए कि अपना पासवर्ड वाचमैन से ना डलवाएं और ना ही उसको करीब मैं खड़ा रहने दें.ऐसा करने से ग़लती होने पे आप कि जमा राशी किसी और के हाथ जा सकती है.
वक्त के मुतबिक चेीजे काम ना आये तो उनका होना बेकार है
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