जौनपुर। पूर्वांचल की शक्तिपीठ मां शीतला चैकियां धाम में पंडित सीताराम शरण जी महाराज के सानिध्य में गुरू पूजा का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने माथे पर तिलक लगाकर एवं गुरू का पैर जल से धूल कर ग्रहण किया। वहीं महाराज जी ने कहा कि मां-बाप एवं गुरू के चरणों में चारों धाम हैं। गुरू का महत्व ईश्वर प्राप्ति के सम्बन्ध से है। गुरू की कृपा से ईश्वर की प्राप्ति होती है। उनमें गुरूत्व शक्ति ब्रह्म से प्राप्त रहती है। उस शक्ति के सम्बन्ध से उतने अंष में ही परब्रह्म हैं। दिव्य गुण उत्पन्न करने से ब्रह्मा भक्ति प्रदान द्वारा शिष्य का पालन करने से विष्णु मोहादि दुर्गुणों के संहार करने से गुरू शिव रूप है और लगभग 50 लोगों ने गुरू मंत्र भी लिया। अन्त में गुरू का भण्डारा भी ग्रहण किया। इस दौरान महाराज जी के मुखारों से सीताराम-सीताराम के धुन पर सारे शिष्य थिरके। संगीत पर बैठे त्रिजुगी त्रिपाठी, बबलू मिश्रा, गप्पू प्रजापति, भानु त्रिपाठी ने जमकर संगीत का साथ दिया। अन्त में जनपद आजमगढ़ के ठेकमा, महराजगंज, चैकियां धाम, दीदारगंज के तमाम भक्तों ने गुरू मंत्र ग्रहण किया। इस अवसर पर गोपाल जी, नेता भइया, गणेष गुप्ता, सुरेन्द्र गिरि, कलाकार आशिष माली, राहुल त्रिपाठी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
शनिवार, 12 जुलाई 2014
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