हर सप्ताह इन्टरनेट श्रेणी मैं जौनपुर से जुड़े लोगों के बारे मैं आप तक खबरें पेश की जाएंगी. इस सप्तान जनाब स.म.मासूम के ब्लॉग के बारे मैं...
जौनपुर के डॉ. मनोज मिश्र जी को , जिन्होंने इस ब्लॉग के शुरू होते ही ,जौनपुर के बारे मैं बहुत ही ज्ञानवर्धक पोस्ट भेजी. उनके इस सहयोग के लिए हम सभी को उनका शुक्र गुज़ार होना चाहिए.डॉ. मनोज मिश्र जी ,जौनपुर निवासी ब्लोगर हैं और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविधालय मैं पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में सीनियर फैकल्टी हैं.
यदि आप इस जौनपुर ब्लोगर अस्सोसिअशन से जुड़ना चाहें तो लिखें admin@evasai.com
दुनिया के सामने अपनी आवाज पहुंचाने के लिए आज के समय में ब्लॉग से
बेहतर माध्यम कुछ भी नहीं है। ब्लॉग ने हमे पहचान देने के साथ ही हमारे सामाजिक
दायरे को भी बढ़ाया है।पत्रकारिता के छात्रों के लिए ब्लॉग और भी महत्वपूर्ण हो
जाता हैं.उक्त बातें जौनपुर ब्लागर्स एसोसिएशन ब्लॉग के संचालक एवं वेब
पत्रकार एसएम मासूम ने वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के जनसंचार
विभाग में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि ब्लॉग
पर हमे अपने दिल की बात लिखने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। साथ ही तथ्यों का
भी ध्यान रखना चाहिए।नया करने की कोशिश करनी चाहिए उससे ब्लॉग जगत में अपनी अलग
पहचान बनती हैं.कार्यशाला में एफआईएमटी दिल्ली के सहायक प्रोफेसर मनोज
श्रीवास्तव ने कहा कि आज
का दौर पत्रकारिता के संबंध में दूसरे आपातकाल का बोध कराता है। ऐसे में एक
वैकल्पिक पत्रकारिता के रुप में ब्लॉग ही हमारे सामने सबसे सुलभ विकल्प के रुप
में मौजूद है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रामजी लाल ने कहा कि इंटरनेट आज हमारे
जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। इसमें उपलब्ध ब्लॉग जैसी सुविधाओं ने हमारी
अभिव्यक्ति को और सशक्त बनाया है।
डा.मनोज मिश्र ने कहा कि ब्लॉग के जरिये हमें अपनी लोक परम्पराओं एवं अनछुए
पहलुओ को दुनिया के साथ साझा करने में मदद मिलती हैं. इसके लिए निरंतर लेखन
होना चाहिए.
कार्यक्रम के संयोजक प्राध्यापक दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि मीडिया के लिए
ब्लॉग आज खबरों का खजाना हो गया हैं. आम से लेकर खास आदमी का ब्लॉग खबरों में
नज़र आना सुबह संकेत हैं.अब धीरे धीरे लोगों को ब्लॉग का महत्व समझ में आने लगा
हैं. कार्यक्रम का संचालन डा.अवध बिहारी सिंह ने किया। इस अवसर पर पत्रकार आरिफ
हुसैनी, जावेद अहमद, प्रभात सिन्हा,समेत तमाम छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
जनाब स.म.मासूम बहुत साल अंग्रेजी ब्लॉगजगत मैं अपना लोह! मनवाने के बाद सन २०१० मैं हिंदी ब्लॉगजगत मैं क़दम रखा और अपना ब्लॉग "अमन का पैग़ाम" "बेज़बान " "हक और बातिल " तथा "जौनपुर ब्लोगर अस्सोसिअशन" पे लिखने लगे. आज एक जाने माने ब्लोगर के रूप मैं जाने जाते हैं.
जौनपुर ब्लोगर एक साझा ब्लॉग है लेकिन अन्य ब्लॉग से ज़रा सा अलग है. यहाँ केवल उन्ही ब्लोगर को सहयोगी के रूप मैं आमंत्रित किया जाता है, जिन्हें अपने गाँव से, वतन से, प्यार है. और यदि वो ब्लोगर जौनपुर या आस पास का हुआ तो समझ लें सोने पे सुहागा.
जौनपुर के डॉ. मनोज मिश्र जी को , जिन्होंने इस ब्लॉग के शुरू होते ही ,जौनपुर के बारे मैं बहुत ही ज्ञानवर्धक पोस्ट भेजी. उनके इस सहयोग के लिए हम सभी को उनका शुक्र गुज़ार होना चाहिए.डॉ. मनोज मिश्र जी ,जौनपुर निवासी ब्लोगर हैं और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविधालय मैं पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में सीनियर फैकल्टी हैं.
यदि आप इस जौनपुर ब्लोगर अस्सोसिअशन से जुड़ना चाहें तो लिखें admin@evasai.com
दुनिया के सामने अपनी आवाज पहुंचाने के लिए आज के समय में ब्लॉग से
बेहतर माध्यम कुछ भी नहीं है। ब्लॉग ने हमे पहचान देने के साथ ही हमारे सामाजिक
दायरे को भी बढ़ाया है।पत्रकारिता के छात्रों के लिए ब्लॉग और भी महत्वपूर्ण हो
जाता हैं.उक्त बातें जौनपुर ब्लागर्स एसोसिएशन ब्लॉग के संचालक एवं वेब
पत्रकार एसएम मासूम ने वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के जनसंचार
विभाग में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि ब्लॉग
पर हमे अपने दिल की बात लिखने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। साथ ही तथ्यों का
भी ध्यान रखना चाहिए।नया करने की कोशिश करनी चाहिए उससे ब्लॉग जगत में अपनी अलग
पहचान बनती हैं.कार्यशाला में एफआईएमटी दिल्ली के सहायक प्रोफेसर मनोज
श्रीवास्तव ने कहा कि आज
का दौर पत्रकारिता के संबंध में दूसरे आपातकाल का बोध कराता है। ऐसे में एक
वैकल्पिक पत्रकारिता के रुप में ब्लॉग ही हमारे सामने सबसे सुलभ विकल्प के रुप
में मौजूद है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रामजी लाल ने कहा कि इंटरनेट आज हमारे
जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। इसमें उपलब्ध ब्लॉग जैसी सुविधाओं ने हमारी
अभिव्यक्ति को और सशक्त बनाया है।
डा.मनोज मिश्र ने कहा कि ब्लॉग के जरिये हमें अपनी लोक परम्पराओं एवं अनछुए
पहलुओ को दुनिया के साथ साझा करने में मदद मिलती हैं. इसके लिए निरंतर लेखन
होना चाहिए.
कार्यक्रम के संयोजक प्राध्यापक दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि मीडिया के लिए
ब्लॉग आज खबरों का खजाना हो गया हैं. आम से लेकर खास आदमी का ब्लॉग खबरों में
नज़र आना सुबह संकेत हैं.अब धीरे धीरे लोगों को ब्लॉग का महत्व समझ में आने लगा
हैं. कार्यक्रम का संचालन डा.अवध बिहारी सिंह ने किया। इस अवसर पर पत्रकार आरिफ
हुसैनी, जावेद अहमद, प्रभात सिन्हा,समेत तमाम छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
Dear Sir,
जवाब देंहटाएंwe have read your artical in jaunpur dairy and enjoyed, this is lesson
for everybody like us jaunpuri.
Thank you
Atiq Jaunpuri