मुख पर गुलाल लगाओ, बैर भूलकर प्रेम बढ़ाओ
आओ प्यार की बोली बोलें, हौले हौले होली खेलें।
कल होली कि खुशियाँ घर घर मैं मानी जाएंगी हम सभी होली की पूर्व संध्या, यानी फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी को होलिकादहन मनाते हैं. इसके पीछे भी एक संदेश छिपा हुआ है कि दुराचारी का साथ जीवन मैं कभी ना दें. कहते हैं कि वर्षो पूर्व पृथ्वी पर एक अत्याचारी राजा हिरण्यकश्यपु राज करता था. उसने अपनी प्रजा को यह आदेश दिया कि कोई भी व्यक्ति ईश्वर की वंदना न करे, बल्कि उसे ही अपना आराध्य माने. लेकिन उसका पुत्र प्रह्लाद ईश्वर का परम भक्त था. उसने अपने पिता की आज्ञा की अवहेलना कर अपनी ईश-भक्ति जारी रखी. इसलिए हिरण्यकश्यपु ने अपने पुत्र प्रह्लाद को दंड देने के लिए उसे अपनी बहन होलिका की गोद में को बिठा दिया और उन दोनों को अग्नि के हवाले कर दिया. होलिका को ईश्वर से यह वरदान मिला था कि उसे अग्नि कभी नहीं जला पाएगी, लेकिन दुराचारी का साथ देने के कारण होलिका भस्म हो गई और सदाचारी प्रह्लाद बच निकले. होली से अगला दिन धूलिवंदन कहलाता है.इस दिन लोग रंगों से खेलते हैं.सुबह होते ही सब अपने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने निकल पड़ते हैं. गुलाल और रंगों से सबका स्वागत किया जाता है. लोग अपनी ईर्ष्या-द्वेष की भावना भुलाकर प्रेमपूर्वक गले मिलते हैं तथा एक-दूसरे को रंग लगाते हैं.इस दिन जगह-जगह टोलियाँ रंग-बिरंगे कपड़े पहने नाचती-गाती दिखाई पड़ती हैं.बच्चे पिचकारियों से रंग छोड़कर अपना मनोरंजन करते हैं. सारा समाज होली के रंग में रंगकर एक-सा बन जाता है.रंग खेलने के बाद देर दोपहर तक लोग नहाते हैं और शाम को नए वस्त्र पहनकर सबसे मिलने जाते हैं.
सभी को होली की असंख्य शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंसभी को होली मुबारक
जवाब देंहटाएंआपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंआपको एवं आपके परिवार को होली की बहुत मुबारकबाद एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंसादर
समीर लाल
मुख पर गुलाल लगाओ, बैर भूलकर प्रेम बढ़ाओ
जवाब देंहटाएंआओ प्यार की बोली बोलें, हौले हौले होली खेलें।
sujamgamj ke atombomb ke sath holi ki shudhkamna
जबरदस्त और रोचक प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंहोली पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...
सही कहा जी।
जवाब देंहटाएंहोली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं।
ब्लॉगवाणी: अपने सुझाव अवश्य बताएं।
...रंगों में घुल जाओ और बस एक रंग हो जाओ...होली की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंमासूम भाई नमस्कार बहुत सुन्दर ब्लॉग बहुत सुन्दर प्रयास आप का सचित्र सभी मंदिर , मस्जिद, होली , और जौनपुर की कलाकृतियाँ जान डाल दी है आप ने बधाई हो आप हिंदी ब्लोगिंग की दुनिया के चरम शिखर को छुएं
जवाब देंहटाएंसुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर५
प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश
२.४.11
डॉ डंडा लखनवी जी नमस्कार बहुत सुन्दर प्रस्तुति सुन्दर ब्लॉग होली के माध्यम से सब को गले मिलाने का प्रेम की रस धारा बहाने हेतु बधाई आप सपरिवार को हमारी और से ढेर सारी शुभ कामनाएं
जवाब देंहटाएंसुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर५
प्रतापगढ़ उ.प्र.