जौनपुर। लगातार शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए झोला छाप चिकित्सकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग का रवैया सख्त हो गया है। सीएमओ डा0दिनेश कुमार यादव ने अभियान के तहत सात अस्पतालों पर छापेमारी की। इसमें एक भी डाक्टर रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाए। सभी को चिह्नित करते हुए सीएमओ ने 17 जून तक रजिस्ट्रेशन दिखाने को कहा। अन्यथा एफआइआर दर्ज कराने की चेतावनी दी। सीएमओ सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण करने निकले थे। वापस लौटते वक्त उन्होंने फर्जी चिकित्सालयों पर छापेमारी करने का निर्णय लिया।
उन्होंने डा.नरेंद्र यादव, डा.आरएस विश्वकर्मा, डा.उमाशंकर के अस्पताल पर छापेमारी की। वहां के चिकित्सक मांगे जाने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाए। इसके बाद वे केएन हास्पिटल मल्हनी पहुंचे। रजिस्ट्रेशन मांगे जाने पर चिकित्सक नहीं दिखा पाए। यहां से सीएमओ सीधे बीके चिकित्सालय शकरमंडी, अजय पैथोलाजी और पीआर भारद्वाज नेवली बाजार में भी छापेमारी की। यहां भी चिकित्सक अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाए। सीएमओ ने बताया कि सभी को 17 जून तक अस्पताल का रजिस्ट्रेशन दिखाने का मौका दिया गया है। उक्त तिथि तक रजिस्ट्रेशन न दिखाने पर संबंधित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी छापेमारी की भनक लगते ही दवा कारोबारियों में हड़कंप मच गया। खुटहन में सभी दुकानें बंद हो गई। सीएमओ के जाने की लोकेशन व्यापारी लेते रहे। वे जिधर जाते उधर की दुकानें बंद कर दी जा रही थीं।
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