बड़ी मस्जिद जो कि शर्की कालीन स्थापत्य कला का अनुपम नमूना है. जामा मस्जिद के नाम से भी विख्यात यह इमारत शहर के उत्तरावर्ती क्षेत्र में शाहगंज मार्ग पर स्थित है.यह हुसैन शाह शर्की की विशाल, मुक्त व शर्कीवंश(1458-79 ) की अंतिम कृति है. यहाँ पे आप को इब्राहीम सूरी कि कब्र भी मिलेगी ,जिसके बारे मैं मशहूर है कि यह धीरे धीरे संगमरमर (marble) मैं बदलती जा रही है.
Badi Masjid |
Qabr Ibrahim Shah At badi Masjid Jaunpur |
Badi Masjid ka Board Kbhi tirahe pe laga hota tha. |
इतिहास के अनछुए पहलुओं को समेटने में आपका प्रयास सराहनीय है ...आज की पोस्ट से कई नए तथ्य और जानकारियां सामने आयीं ...आपका आभार इस सार्थक और सराहनीय प्रयास के लिए ..!
जवाब देंहटाएंits nice to see the motherland in the month of navratri
जवाब देंहटाएंthanks and regards
pawan k mishra
अच्छी प्रस्तुति.
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