चीफ प्राक्टर डा.अजय दिवेदी जी जो इस स्वयंसेवा प्रकल्प संगठन के संयोजक है , उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. सुंदर लाल जी कि प्रेरणा से ही इसका गठन हुआ है और हर महीने के दुसरे और अंतिम शनिवार इस माध्यम से स्वास्थ परीक्षण
,सफाई अभियान, योग शिविर इत्यादि का आयोजन किया जाएगा |
,सफाई अभियान, योग शिविर इत्यादि का आयोजन किया जाएगा |
इस स्वयंसेवा प्रकल्प कि शुरुआत में ही ५५ से अधिक छात्र चीफ प्राक्टर डा.अजय दिवेदी जी के साथ संकाय भवन में सफाई करते नज़र आये . इस सफाई अभियान के दौरान संकाय भवन के परिसर की
घास काटने, शौचालयों , दरवाजों को साफ़ करने, परिसर को पोलिथीन मुक्त बनाते छात्र और शिक्षक एक साथ दिखाई दिए|
घास काटने, शौचालयों , दरवाजों को साफ़ करने, परिसर को पोलिथीन मुक्त बनाते छात्र और शिक्षक एक साथ दिखाई दिए|
जब प्रो.सुंदरलाल ने कुलपति पद पर कार्य भार ग्रहण किया तो उन्होंने भी परिसर को पालीथिन मुक्त करने की ठानी. कुलपति प्रो.सुंदरलाल कहते हैं कि पालीथिन का प्रयोग पर्यावरण के लिए बहुत घातक है उनकी सोच के मुताबिक विवि ने 'नई पहल स्वयंसेवा प्रकल्प' नाम से बीते आठ अप्रैल से अभियान शुरू किया है. माह के दूसरे व चौथे शनिवार को छात्र व शिक्षक मिलकर परिसर के आस-पास साफ-सफाई कर पालीथिन मुक्त करेंगे. चीफ प्राक्टर डा.अजय द्विवेदी के संयोजन में यह अभियान संचालित है.
चीफ प्रोक्टर डॉ अजय दिवेदी जी का मानना है कि दूसरों पे निर्भेर रहने से बेहतर है कि हर इंसान अपना काम स्वम करे. स्वयंसेवा प्रकल्प एक नयी और कामयाब पहल है और आशा है कि अन्य विद्यालय और महाविद्यालय भी इसी तरह के अभियान चलाएँगे|
आपके सामने पेश है चीफ प्रोक्टर डॉ अजय दिवेदी जी से बात चीत | इसे आप भी सुनें और उनके स्वयंसेवा प्रकल्प संगठन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें |
वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय ने स्वयंसेवा प्रकल्प को नया आयाम देते हुए रविवार २९ अप्रैल से परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण श्रृंखला शुरू की। बीएचयू दंत विज्ञान संस्थान से पहुंची सचल दंत अस्पताल की बस में करीब तीन सौ लोगों के दांतों का परीक्षण कर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने जरूरी सलाह दी। कुलपति, रजिस्ट्रार सहित करीब तीन सौ लोगों ने दंत परीक्षण कराया।
विश्वविद्यालय की पहल पर बीएचयू दंत विज्ञान संस्थान के आठ चिकित्सकों के साथ सचल दंत अस्पताल की बस पहुंची। दंत परीक्षण कराने के लिए शिक्षक, कर्मचारी, आवासीय परिसर में रहने वाले सभी लोग व छात्र-छात्राएं उमड़ पड़े। करीब तीन सौ लोगों के दांतों का वरिष्ठ चिकित्सक डा केके गौतम की टीम ने परीक्षण कर रखरखाव की सलाह दी। बस में दंत चिकित्सा के सारे उपकरण लगे हुए थे। जिसमें लोगों के दांत की तकलीफ दूर की गई। दंत परीक्षण कराने वालों में कुलपति प्रो सुंदरलाल, रजिस्ट्रार डा बीएल आर्य, कुलसचिव डा अमरेंद्र सिंह, डा एसके सिंहा, डा केएस तोमर, डा एचसी पुरोहित, डा पीके सिंह कौशिक आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि रजत जयंती के तहत चीफ प्राक्टर डा अजय द्विवेदी के निर्देशन में स्वयंसेवा प्रकल्प नई पहल अभियान संचालित है। जिसके तहत विवि में समाज के लिए उपयोगी ऐसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
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