जौनपुर -भौगोलिक संरचना
खनिज पदार्थो का अभाव है। खुदाई करने पर कही-कही कंकड उपलब्ध होता है, जिसे जलाकर चूना बनाया जाता है। बालू एवं कंकड से प्राप्त चूना भवन र्निमाण के काम में आता है।
जनपद का न्यूनतम तापक्रम 5.8 एवं उच्चतम तापक्रम 46.5 सेंटीग्रेड के मध्य रहता है। औसत सामान्य वर्षा 987 मिमी है। जनपद में 21 विकास खण्ड तथा 6 तहसीलें है।
जनपद का भौगोलिक क्षेत्रफल 4021 वर्ग किमी है। जनपद का आर्थिक विकास मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। इसका मुख्य कारण जनपद

सन् 2001 की जनसंख्या के अनुसार जनपद की कुल जनसंख्या 39,11,305 है, जिसमें महिलाओं की जनसंख्या 19,75,729 है तथा पुरूषों की जनसंख्या 19,35,576 है। इस प्रकार से स्त्री पुरूष का अनुपात 1:1.02 का है। महिलाओं की जनसंख्या की दृष्टिकोण से इसे एक विकसित जनपद कहा जा सकता है, क्योंकि प्रति हजार पुरूषों पर स्त्रियों की संख्या 1020 है।
प्रशासनिक दृष्टिकोण से जनपद की कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा विकास कार्यो को ठीक ढंग से लागू कराने के लिये जनपद को छह तहसीलों सदर, मड़ियाहूं, मछलीशहर, केराकत, शाहगंज तथा बदलापुर में बॉटा गया है। इसी प्रकार जनपद को 27 विकास खण्ड़ो, में विभाजित किया गया है। कानून व्यवस्था की दृष्टि से जनपद को 27 थानों में विभाजित किया गया है|
महत्त्वपूर्ण सड़क और रेल जंक्शन युक्त जौनपुर एक कृषि बाज़ार है और यहाँ के आधे से अधिक क्षेत्र में बाग़वानी की जाती है। शहर के आसपास के लगभग समूचे जलोढ़ मैदान में खेती की जाती है और इसके अधिकांश हिस्से की सिंचाई की जाती है। फ़सलों में धान, मक्का, जौ और गन्ना शामिल है। बाढ़ और सूखे से इस क्षेत्र को बहुत नुक़सान पहुँचा है
जौनपुर के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी आपने
जवाब देंहटाएंजौनपुर के कुछ यादे है जिन्हें मै आप सब से बाटना चाहूँगा
पवन जी आप का स्वागत है और इंतज़ार रहेगा
जवाब देंहटाएंmain to kabhi gai nahin hun, janna achha laga
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